मेफिस्टो फाइल्स और मार्गरेट की डबल स्टैच्यू(the double statue of Mephistopheles and Margaretta)

double sided statue: दुनिया का एकमात्र मूर्ति इसे देखने के लिए आइने का उपयोग करना पड़ता है

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the double statue of Mephistopheles and Margaretta : भारत के हैदराबाद सालार जंग म्यूजियम में एक ऐसी दिलचस्प मूर्ति है जिसे देखने के लिए आपको आईने का उपयोग करना पड़ेगा। हम बात कर रहे हैं डबल साइडेड स्टेचू की !

इस मूर्ति में आपको दोनों तरफ अलग-अलग मूर्ति देखने को मिलेगा अगर असल है। दोनों एक ही मूर्ति है। यह काम काम इतनी बारीकी से किया गया है कि देखने पर यह लगता ही नहीं है कि इस मूर्ति के पीछे वाले भाग में दूसरी मूर्ति भी मौजूद है। तो चलिए आज के इस पोस्ट में मैं आपको मेफिस्टो फाइल्स और मार्गरेट की डबल स्टैच्यू के बारे में विस्तार से बताता हूं।

मेफिस्टो फाइल्स और मार्गरेट की डबल स्टैच्यू (the double statue of Mephistopheles and Margaretta)

the double statue of Mephistopheles and Margaretta
the double statue of Mephistopheles and Margaretta

19वीं शताब्दी फ्रांस के एक मूर्तिकार ने मेफिस्टो फाइल्स और मार्गरेट की डबल स्टैच्यू को बनाया था। वह मूर्तिकार कौन है या आज तक नहीं पता चल पाया है। इस मूर्ति को गूलर की लकड़ी पर बनाया गया है। इसके आगे वाले भाग पर दुष्ट मेफिस्टो फाइल्स को उकेरा गया है जबकि पीछे वाले भाग पर एक साधारण से उदास लड़की ग्रेचेन जिसका सिर नीचे झुका हुआ है। उसका चित्र दर्शाया गया है।

आप दोनों की मूर्ति एक साथ नहीं देख सकते इसके लिए आपको आईने का सहारा लेना पड़ेगा।

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भारत के हैदराबाद में है यह मूर्ति

हैदराबाद के सालार जंग संग्रहालय में हर साल 10 लाख लोग आते हैं इन 10 लाख लोगों में से लगभग सभी को double sided statue मूर्ति देखने का जोश रहता है। ज्यादा भीड़ इसी मूर्ति के आसपास रहता है और यह प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।

मेफिस्टो फाइल्स और मार्गरेट की डबल स्टैच्यू
मेफिस्टो फाइल्स और मार्गरेट की डबल स्टैच्यू

 

1808 में ‘जोहान गोल्फगैंग वॉन गोएथे’ का नाटक के द्वारा लिखी गई प्रसिद्ध नाटक फॉस्ट के दो पात्र है जिनका नाम मेफिस्टो फाइल्स और मार्गरेटहै।

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the double statue of mephistopheles and margaretta story

 

जोहान गोल्फगैंग वॉन गोएथे द्वारा लिखा गया नाटक फॉस्ट के दो पात्रों पर बना यह मूर्ति की कहानी भी मैं आपको बता देता हूं।
दरअसल फॉस्ट अपने जीवन से निराश रहता है। वह आत्महत्या करना चाहता है। जिसके लिए उसने शैतान को बुलाया तब शैतान का एजेंट मेफिस्टो फाइल्स मदद के लिए आता है और शैतान फॉस्ट को यह ऑफर देता है कि जब तक वह जिंदा रहेगा शैतान उसकी सेवा करेगा और मृत्यु के बाद उसकी आत्मा को अपना गुलाम बना लेगा। इस शर्त को फॉस्ट मान लेता है।

शैतान के एजेंट ने शर्त रखा कि वह ग्रेचेन नाम की लड़की को प्रेम जाल में फंसा कर गर्भवती करें। फॉस्ट ने ऐसा ही किया आगे चलकर ग्रेचेन ने एक बेटे को जन्म दिया पर ग्रेचेन ने उस बच्चे को पानी में डूबा मार दिया। इसके कारण हत्या के दोष में उसे जेल में डाल दिया गया और फांसी पर लटका दिया जाता है। पर फिर भी उसे स्वर्ग जाने की अनुमति दी जाती है  अंत में ग्रेचेन को भी भगवान से विनती कर पोस्ट को स्वर्ग में बुलाया।

आखिरी शब्द

क्या आपको हैदराबाद में मौजूद डबल साइडेड मूर्ति के बारे में पहले से पता था? हमें कमेंट करके बताइए। अगर आप हैदराबाद में रहते हैं तो इस मूर्ति को देखने के लिए जरूर जाइए। उम्मीद है कि आपकोमेफिस्टो फाइल्स और मार्गरेट की डबल स्टैच्यू की पूरी जानकारी मिल गई होगी।

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मेरे विचार
इतिहास में अब हमेशा यह सुनने में आता हैं कि भारत की यहां अनमोल चीज मुगल ,अंग्रेज आदि लेकर गए। मगर पहली बार ऐसा हो रहा है कि फ्रांस के कलाकार के द्वारा बनाई गई कलाकारी हमारे भारत देश में मौजूद है। मजे की बात यह है कि इस मूर्ति को किसने बनाया था इसका जिक्र इतिहास में कहीं नहीं मिलता है।

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