क्या आप, इटली के पोम्पी शहर का दर्दनाक इतिहास जानते हैं। जब ज्वालामुखी विस्फोट होने के कारण पूरा शहर कुछ ही सेकंड में लावा के चपेट में आ गया। 20,000 लोग की मौत पल भर में हो गई और वे पत्थर बन गए।
चलिए, आज मैं TOP GYAN के इस आर्टिकल में आपको पोम्पी शहर और इसके इतिहास के बारे में बताता हूं।
क्या हुआ था 1900 साल पहले पोम्पी शहर में?
यह बात है 79 ईसवी के जब पोम्पी शहर अपने समय का काफी प्रसिद्ध शहर हुआ करता था। इस शहर के पास एक ज्वालामुखी था। जिसका नाम ‘माउंट वसुवियस‘ था। यह ज्वालामुखी प्रवसिद्ध ज्वालामुखी था। जिसका मतलब यह है कि इसमें कभी भी विस्फोट हो सकता है।कोई गारंटी नहीं है। उस समय पोम्पी के लोगों को ज्वालामुखी के विषय में कुछ खास नहीं मालूम था। इसके लिए वह खतरे से अनजान थे।
एक दिन ज्वालामुखी ने अपना रुद्रा रूप ले लिया।
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जब ज्वालामुखी विस्फोट हुआ…
जब ज्वालामुखी अचानक विस्फोट हुआ। तब यह कोई साधारण विस्फोट नहीं था। बल्कि इतना भयंकर था की 10 किलोमीटर का एरिया जलकर राख हो गया।
लावे की तेजधार नदी की तरह तेजी से शहर की तरफ बढ़ने लगी।
इस बात का अंदाजा पोम्पी शहर के लोगों को नहीं था। विस्फोट के कुछ ही सेकंड में ही लावा शहर में घुस गया। तब शहर का तापमान 250 डिग्री हो गया जो इंसानों की मौत के लिए काफी है। पूरा शहर में धूल और राख के बादल छा गए। लावा ने सब कुछ अपने चपेट में ले लिया इंसान, घर मकान पेड़-पौधे, जानवर जो कुछ मिला। लावा उसे मिटाते हुए, आगे बढ़ गया।
जो जहां था वहीं पत्थर का बन गया!
पोम्पी शहर के लोगों को यह सोचने का भी समय नहीं मिला, कि क्या हो रहा है।सीधे मौत आ गई। जो जहां था वहीं मर गया। जिस स्थिति में था वैसे ही मर गया।
आपको जानकर हैरानी होगी कि फल, सब्जी, ब्रेड आदि भी पत्थर के बन गए थे।
पूरा शहर दफन हो गया।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस घटना में 100-200 लोग नहीं बल्कि पूरे 20,000 लोगों की मौत हो गई थी। जो यह शहर की आबादी थी। एक भी लोग या एक भी जानवर जिंदा नहीं बचा था। मरने के बाद दिया सभी लोग 13 से 20 फुट लावे की राख में नीचे दफन हो गए
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1748 में दुनिया को पता चला
हैरानी की बात है ना, किस शहर को गायब हुए हजारों साल बाद भी दुनिया को पता नहीं चला कि यहां एक जिंदा शहर था। दुनिया को पोम्पी शहर के बारे में 1748 में पता चला। जब कुछ टूरिस्टो को अजीबो-गरीब आकार की मूर्तियां मिली । यह देख पर्यटक काफी हैरान थे।
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पुरातत्व विभाग ने जब इस मूर्तियों की जांच की तो पता चला कि यह असली इंसान है।
जो पत्थर का बन गया है। जब आसपास के इलाके की खुदाई की गई तो एक पूरा का पूरा शहर निकल आया और दुनिया को पता।
प्रसिद्ध रोमन लेखक के आंखों देखा हाल।
प्लिनी द एल्डर जो अपने समय के प्रसिद्ध रोमन लेखक और फिलॉस्फर थे। वह जब समुद्र से यात्रा कर रहे थे। तब उन्होंने दूर से पहुंची शहर को देखा। उन्होंने देखा कि ज्वालामुखी के लावे से पूरा शहर जल रहा है।
वह अपना नाव शहर की तरफ घुमा लिए ताकि वह लोगों की जान बचा सके। मगर गर्मी की वजह से वह रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। पर मरने से पहले उन्होंने एक चिट्ठी के जरिए अपनी आंखों देखी हाल लिख दी थी। उस चिट्ठी में इस घटना का पूरा विवरण मिलता है।
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पोम्पी शहर काफी विकसित
शहर की बनावट और इतिहास के पन्नों पर देखने के बाद यह पता चल जाता है कि पोम्पी शहर अपने समय में काफी विकसित था। यह पर्यटकों का मुख्य केंद्र था।
यहां आपको पक्के घर मकान,दुकान, सामूहिक व्यायाम शाला भी मिल जाएंगे। यहां मौजूद बंदरगाह यह बताता है कि यहां व्यापार भी होता था। इस शहर के बाजार काफी प्रसिद्ध थे दूर-दूर से लोग खरीदारी करने के लिए आते थे। अंत में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पोम्पी शहर कितना विकसित और प्रसिद्ध था।
आखिरी शब्द
इस पोस्ट में हमने पोम्पी शहर का इतिहास जाना। कैसे ज्वालामुखी के लावे ने पूरे शहर को निगल लिया। आशा करता हूं कि TOP GYAN का आर्टिकल पढ़ने के बाद पोम्पी शहर के बारे में जानने के लिए आपको कही और जाने की जरूरत नही होगी।
मेरे विचार
प्रकृति ने अपने क्रूर व्यवहार का परिचय इतिहास में अनेकों बार दिया है और आगे भी देती रहेगी। मगर पोम्पी शहर के घटना सबसे खतरनाक घटनाओं में से एक है।इस घटना में प्रकृति ने यह साबित कर दिया कि उसके आगे कोई बड़ा नहीं है।
अगर आपको इस विषय को लेकर किसी भी तरह का सवाल है तो कमेंट करके पूछिए। और अच्छी जानकारी अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।
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Hi,मै अंकित शाह हूँ। मै इस वेबसाइट का मालिक और लेखक हूँ। पेशे से में एक लेखक और छोटा बिजनेसमैन हूं । मैं 20 साल का हूं और लेखन में मेरी काफी रूची है वैसे तो मैं मूल रूप से छपरा बिहार का हूं मगर मेरी कर्मभूमि सूरत गुजरात है।