12 वीं शताब्दी के मध्य में लोग चंगेज खान के नाम से खौफ खाते थे। चंगेज खान और उसकी सेना जिस जगह से गुजरती वहां के लासे ही बचती थी। एक अनुमान के मुताबिक चंगेज खान ने अपने जीवन काल में 4 करोड़ लोगों की हत्या कि थी । जो उस समय की दुनियां की आबादी का 11% था। ऐसे में आइए आज इस पोस्ट में हम जानते हैं कि चंगेज खान कौन था? और क्या चंगेज खान भारत आया था?
चंगेज खान कौन था?
चंगेज खान एक क्रूर लुटेरा था। उसका जन्म 1162 में वर्तमान समय के मंगोलिया के कोमोन नदी के पास हुआ था। चंगेज खान की मृत्यु 1227 में हुई थी। चंगेज खान जीवन में उसने यूरोप और एशिया के कुछ भागों को जीत जाता था। उस समय चंगेज खान के नाम से बड़े बड़े योद्धा थरथर कांप जाते थे और क्यों ना कपे वो था ही इतना क्रूर और निर्दई!
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चंगेज खान के पिता का नाम येसूजेई जो अपने कबीले का सरदार था। चंगेज खान केवल 10 वर्ष का था तभी उसके पिता की मौत हो गई जिसके कारण पूरे कबीले का और 7 भाई-बहन की जिम्मेदारी चंगेज खान पर ही आ गई। 12 वर्ष में चंगेज खान का विवाह बोरते नाम की लड़की से हुआ। जिसका एक बार अपहरण हो गया जिसे छुड़ाने के लिए चंगेज खान ने अपने जीवन का पहला युद्ध पत्नी के लिए लड़ा।
चंगेज खान कितना क्रूर और निर्दई था?
चंगेज खान आज दो ही चीजों के लिए याद किया जाता है अपने साम्राज्य विस्तार और क्रूरता के लिए! एक अनुमान के मुताबिक उसने अपने जीवन काल में चार को 2 करोड़ की हत्या की जो उस समय की धरती की कुल आबादी का 11% था।
चंगेज खान की सेना जहां भी जाती वहां कत्लेआम करती। जब चंगेज खान की सेना ने ईरान पर हमला किया तब वहां की 75% आबादी को खत्म कर दिया। उसी के साथ ही उज्बेकिस्तान के 2 बड़े शहर बुखारा और समरकंद में बहुत ही ज्यादा कत्लेआम किया।
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जब चंगेज खान की सेना बुखारा शहर पहुंची तो वहां पर उसकी सेना ने पूरे शहर को आग लगा दिया और वहां की 10 लाख की आबादी को केवल 50,000 कर दिया।
इसी के साथ उसने चीन अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान, चीन, तिब्बत, वर्मा में इतना कत्लेआम किया कि वहां की आबादी लगभग आधी हो गई।
जब चंगेज खान ने अफगानिस्तान उज़्बेकिस्तान और ईरान में हमला किया तो मुस्लमान खान को अल्लाह का कहर कहते थे।
आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि चंगेज खान कितना क्रूर निर्दई और इस संसार का सबसे बड़ा हत्यारा था।
चंगेज खान की सेना जिससे ना जहां से भी गुजरती थी वह जगह लाशों से भर जाती थी और जिंदगी का नामोनिशान नहीं रहता था।
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क्या चंगेज खान भारत आया था ?
जी नहीं, शायद भारत क्योंकि उस समय किस्मत अच्छी थी कि चंगेज खान भारत नहीं आया। जब चंगेज खान ने जब ईरान पर हमला किया तब उस समय के राजा खार्जन था। तब उसका बेटा जलालुद्दीन ईरान से भागकर दिल्ली आ गया। उस समय दिल्ली के सुल्तान इलतुमिस थे। जलालुद्दीन ने दिल्ली के सुल्तान से मदद मांगी मगर दिल्ली के सुल्तान चंगेज खान के डर से उसकी कोई मदद नहीं की उल्टा दिल्ली से निकाल दिया।
यह बात चंगेज खान को पता चली। जिसे चंगेज खान को लगा कि दिल्ली के सुल्तान हम से डर गए हैं और उसने यह योजना बनाई कि वह भारत में कत्लेआम करते हुए उत्तर भारत की तरफ जाए और असम से मंगोलिया की ओर निकल जाए। मगर वह सिंधु नदी पार नहीं कर पाया और तबीयत खराब होने की वजह से उसकी सेना सिंधु नदी के उस पार से ही वापस चली गई।
ऐसे में हम कह सकते हैं कि हम भारतीयों की किस्मत अच्छी थी कि चंगेज खान भारत की धरती पर नहीं आया वरना उत्तर भारत में भारी कत्लेआम होता।
चंगेज खान का साम्राज्य
चंगेज खान में 1206 से 1210 के बीच लगभग दुनिया के 22% हिस्से पर अपना कब्जा जमा लिया। जो वर्तमान समय के चीन रूस अफगानिस्तान ईरान इराक देश आते हैं। वह पहला ऐसा मंगोलियन सम्राट था जो धरती के इतने बड़े हिस्से पर अपना साम्राज्य बना सका।
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चंगेज खान की युद्ध निति
चंगेज खान की सेना भले ही सामने वाले की सेना के मुकाबले को बहुत ही कम होती थी मगर उसने अपने सैनिकों को इस तरीके की ट्रेनिंग दी थी उसके एक सैनिक सामने वाले के 10 सैनिक के बराबर है उसने अपने घोड़ों को इस तरीके की ट्रेनिंग दी थी कि घोड़े की मौत हो जाने के बाद दूसरा घोड़ा खुद ही योद्धा के पास आ जाता था क्योंकि उस समय किसी भी योद्धा का युद्ध में टिके रहने के लिए घोडा बहुत ही महत्वपूर्ण साधन था।
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क्या चंगेज खान मुस्लिम था?
बहुत से लोगों को यह लागत है कि चंगेज खान एक मुस्लिम था। क्योंकि उसके नाम के बाद ‘खान’ शब्द लगा हुआ है। ऐसे में मैं बता दूं कि चंगेज खान मुस्लिम नहीं था।
दरअसल, चंगेज खान का असली नाम तेमुचीन था। उसे चंगेज का नाम बहुत बाद में मिला। चंगेज खान बचपन से ही काफी सारे युद्ध में जीता था इसीलिए उसे कबीले के लोगों ने खान की उपाधि दी। चंगेज नाम जब उसने यूरोप और एशिया को जीतने के बाद कबीले के लोगों ने चंगेज नाम दिया। इस तरीके से चंगेज खान इतिहास में अमर हो गया।
आपको बता दूं कि मंगोलियन भाषा में चंगेज का मतलब होता है कि विश्व सम्राट!
चंगेज खान के 200 पुत्र!
चंगेज खान में दर्जनों शादी की थी जिससे उसके 200 पुत्र थे और अपने हरम में हजारों औरतों को रखा था। हाल ही में हुए शोध के मुताबिक मंगोलिया और उसके आसपास रहने वाले 8 % पुरुषों के वाई क्रोमोजोम से यह पता चलता है कि वह चंगेज खान के खानदान से संबंध रखते हैं। मतलब की दुनिया के 1 करोड 60 लाख पुरुष चंगेज खान के ही वंशज है जो दुनिया के कुल पुरुषों की आबादी का 0.5 % है।
चंगेज खान की मौत का रहस्य
चंगेज खान की मौत 1227 में हुई थी। चंगेज खान की मौत कैसे हुई इसका इतिहास में कहीं भी स्पष्ट जिक्र नहीं मिलता है। एक कहानी के अनुसार चंगेज खान की मौत घोड़े से गिरने की वजह से हुई थी। चंगेज खान ने मरने से पहले अपने नजदीकी सैनिकों से यह कहा था कि “मेरी लाश को ऐसे गुमनाम जगह पर दफनाया जाए जैसे कोई ढूंढ ना सके” क्योंकि चंगेज खान को डर था कि मेरे मरने के बाद लोग मेरी लाश के साथ बर्बरता करेंगे।
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चंगेज खान ने जैसा कहा था उसकी मौत के बाद जंगल में दफना दिया गया और जो जो सैनिक चंगेज खान के शव को दफनाने के लिए गए थे उन्हें भी मार दिया गया। क्योंकि वह किसी ओर को चंगेज खान के शव का पता ना बता दे। शव को दफनाने के बाद सैकड़ों घोड़ों को उसके ऊपर आ गया ताकि मिट्टी बराबर हो जाए।
उम्मीद है कि आपको पता चल गया होगा कि चंगेज खान कौन था? वह कितना क्रूर और निर्दई था।
मेरे विचार
भारतीय इतिहासकार यह कहते हैं कि “अच्छा हुआ की चांगेज खान भारत में नहीं आया” वरना आज हम भारत के इतिहास के विषय में पढ़ते हैं वह बिल्कुल उलट जाता! क्योंकि भारत में चांगेज खान के आने से भारत में कत्लेआम होता जिसे भारत को उभरने सैकड़ों साल लग जाते हैं। मैं आपको बता दूं कि चंगेज खान बहुत ही धार्मिक और उसके जीवन का पहला और आखरी मकसद अपने साम्राज्य का विस्तार करना।
उम्मीद है कि आपको चंगेज खान के विषय में पूरी जानकारी मिल गई होगी। आप ऐसी रोचक जानकारी अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।
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Hi,मै अंकित शाह हूँ। मै इस वेबसाइट का मालिक और लेखक हूँ। पेशे से में एक लेखक और छोटा बिजनेसमैन हूं । मैं 20 साल का हूं और लेखन में मेरी काफी रूची है वैसे तो मैं मूल रूप से छपरा बिहार का हूं मगर मेरी कर्मभूमि सूरत गुजरात है।