इंसानों का इंसानों पर किए गए अत्याचारों की लिस्ट तो बहुत लंबी है मगर इस लिस्ट में सबसे ऊपर होलोकॉस्ट का नाम आता है। होलोकॉस्ट दूसरा विश्वयुद्ध के समय हिटलर के द्वारा बनाया गया यहूदियों का कैंप था। इसी होलोकॉस्ट में हिटलर और उसके सैनिकों ने 60 लाख यहूदियों को मौत के घाट उतार दिया।
क्या आपको भी होलोकॉस्ट क्या था? यह विस्तार से नहीं पता! तो बने रहिए इस पोस्ट में आज की पोस्ट में बताऊंगा जो अब तक इंसानियत का सबसे बड़ा धब्बा है।
हिटलर के द्वारा बनाया गया होलोकॉस्ट आज भी मौजूद है और यहां जो कोई भी घूमने जाता है वह कहता है कि यहां की दीवारों से चीखने चिल्लाने की आवाज आती है अदृश्य ताकतों का एहसास होता है।
चलिए मैं आपको बताता हूं कि होलोकॉस्ट क्या था? और इसमें यहूदियों के साथ क्या किया जाता था?
होलोकॉस्ट क्या था?
होलोकॉस्ट क्या था? अगर एक लाइन में कहूं तो “दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान हिटलर और उसकी सेना ने जो यहूदियों लोगों का कत्लेआम और उनके ऊपर अत्याचार किया था उसे ही होलोकॉस्ट कहा जाता है”। यह ऐसी जगह होती है जहां पर यहूदियों को कैदी बना लिया जाता था और उन पर मनमर्जी अत्याचार किया जाता था।
पूरे देश में से यहूदियों को ढूंढ ढूंढ कर इस होलोकॉस्ट में लाया जाता था और और इस होलोकॉस्ट में मानवता जैसी कोई चीज नहीं थी हिटलर के सैनिक यहूदियों को जानवरों से भी गया गुजरा व्यवहार करते थे
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होलोकॉस्ट का क्या अर्थ है?
होलोकॉस्ट ग्रीक भाषा का शब्द है जिसका मतलब एक ‘sacrifice by fire’ । जब बहुत बड़ी संख्या में लोगों को एक साथ मारा जाता था। तब होलोकॉस्ट शब्द का उपयोग होता था।
हिटलर ने होलोकॉस्ट क्यों बनया था?
दरअसल हिटलर की राजनीतिक पार्टी जिसे हम नाजी पार्टी कहते हैं। जिस का मानना था कि इस धरती पर यहूदियों जिप्सी, अश्वेत, रोमन, मंदबुद्धि लोग, अपराधी और अपाहिज लोगों को जीने का अधिकार नहीं है। उनका खात्मा करना ही एक रास्ता है।
इसीलिए हिटलर ने पूरे यूरोप में होलोकॉस्ट बनवाया था। जहां पर यहूदियों का कत्लेआम कराया जा सके। होलोकॉस्ट बनाने के पीछे यही कारण था।
होलोकॉस्ट बनाने के पीछे दूसरा सबसे बड़ा कारण इस धरती पर से यहूदियों का खात्मा करना ही था, क्योंकि हिटलर यहूदियों से नफरत करता था। अब उस हिटलर यहूदियों से से नफरत करने की क्या वजह है मैं आपको आगे बताता हूं।
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हिटलर यहूदियों से क्यों नफरत करता था?
आखिर, हिटलर यहूदियों से नफरत क्यों करता था? हिटलर की यहूदियों से क्या दुश्मनी थी? चलिए इस सवाल का जवाब मैं आपको देता हूं।
हिटलर यहूदियों से नफरत क्यों करता था? इसका जवाब जानने के लिए चलते हैं इतिहास में 2000 साल पीछे! जब जीसस क्राइस्ट का जन्म हुआ था। तब यूरोप में केवल यहूदियों लोग ही थे और यहूदी लोगों ने ही जीसस क्राइस्ट को सूली पर चढ़ा था। उनके मरने के बाद ही क्रिश्चियन धर्म का जन्म हुआ। क्योंकि हिटलर भी क्रिश्चियन धर्म का था। इसीलिए यह मानता था कि हमारे भगवान जीसस क्राइस्ट के मौत के जिम्मेदार यही यहूदी है इसीलिए वह यहूदियों से नफरत करता था।
हिटलर यहूदियों से क्यों नफरत करता था? इसकी दूसरी सबसे बड़ी वजह है कि जर्मनी की हार दरअसल 1917 में यहूदी और ब्रिटिश सरकार के बीच balfour declaration हुआ था। जिसमें अमीर यहूदियों ने ब्रिटिश सेना को आर्थिक सहायता दी थी। ताकि ब्रिटिश सेना जर्मनी जीते और समझौते के अनुसार यहूदी धर्म का एक अलग देश बने।
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इसीलिए 1918 में ब्रिटिश सेना और जर्मनी के बीच हुए युद्ध में हिटलर की सेना जर्मनी हार गई और जर्मनी के लोग इस हार का वजह यहूदियों को ही मानते हैं।
आपको बता दूं कि यहूदी विरोधी विचारधारा को ganti semitism कहा जाता है।
होलोकॉस्ट में यहूदियों के साथ क्या किया जाता था?
पूरे यूरोप भर में अलग-अलग जगहों से यहूदी और दूसरे यहूदियों लोगों को जबरदस्ती बिना किसी कारण गिरफ्तार करके होलोकॉस्ट में लाया जाता था। यहां लाने के बाद सबसे पहले महिलाओं बच्चों और पुरुषों को अलग अलग किया जाता था। पुरुषों का सिर गंजा कर दिया जाता था, और अजीब तरीके के कपड़े पहनाए जाते थे ताकि उनकी पहचान हो सके!
यहां पर लाए गए सभी लोगों को दिन रात काम करवाया जाता था। खाने को इतना दिया जाता था कि वे बस अपने आप को जिंदा रख सके। जो लोग काम करने के लायक नहीं होते थे। उन्हें गैस चेंबर में ले जाते मार दिया जाता था या उन पर तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट किए जाते थे।
होलोकॉस्ट में बहुत सारे डॉक्टर और वैज्ञानिक भी थे। जिन्हें एक्सपेरिमेंट करने के लिए जितनी मर्जी उतनी जिंदा आदमी और लास मिल जाती थी। वह इंसानियत को शर्मसार करते हुए जिंदा इंसानों पर प्रयोग करते थे।
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हिटलर के द्वारा बनाया गया गैस चैंबर क्यों था?
होलोकॉस्ट बनाने के पीछे हिटलर का असली मकसद तो यहूदियों को मारना ही था। पर इतने सारे लोगों को रोज-रोज मारना हिटलर और उसकी सेनाओं के लिए काफी मुश्किल था। इसीलिए उसने गैस चेंबर का निर्माण किया था।
दरअसल जिन लोगों को मारना होता था। उन यहूदियों को गैस चेंबर में ले जाकर बंद कर देते थे और अंदर से जहरीली गैस छोड़ देते थे। जिससे यहूदियों की मौत हो जाती थी यहां यहूदियों को मारने का सबसे आसान और तेज तरीका था।
होलोकॉस्ट का अंत कैसे हुआ?
1935 से 1945 के बीच होलोकॉस्ट में करीब 60 लाख यहूदियों को मारा गया और इसका अंत मई 1945 में एलाइट पॉवर हिटलर की सेना को हरा दिया और होलोकॉस्ट मैं मौजूद लोगों को आजाद कराया।
आखरी शब्द
तो आज के इस पोस्ट में हमने जाना कि होलोकॉस्ट क्या था? हिटलर ने होलोकॉस्ट क्यों बनवाया था? और हिटलर यहूदियों से क्यों नफरत करता था? इन सभी सवालों के जवाब मैंने इस पोस्ट में आपको दिया उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।
मेरे विचार
इतिहास में बहुत बार ऐसा देखा गया है कि किसी अल्पसंख्यक समाज को बहुत संख्यक समाज ने दबा दिया है। उस समय भी यहूदियों की संख्या बहुत ही कम थी पूरे जर्मनी में यहूदी केवल 1% ही थे। शायद यही था कि यहूदियों का इतना कत्लेआम हुआ। हिटलर ने अपने शासन के दौरान भी जल्दी ऊपर बहुत तरीके के प्रतिबंध लगा दिए थे और अंत में उसमें होलोकॉस्ट को अंजाम दिया।
क्या आपको इससे पहले होलोकॉस्ट के विषय में पता था नहीं पता था तो हमें कमेंट करके जरूर बताइए ऐसी अद्भुत जानकारी अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।
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Hi,मै अंकित शाह हूँ। मै इस वेबसाइट का मालिक और लेखक हूँ। पेशे से में एक लेखक और छोटा बिजनेसमैन हूं । मैं 20 साल का हूं और लेखन में मेरी काफी रूची है वैसे तो मैं मूल रूप से छपरा बिहार का हूं मगर मेरी कर्मभूमि सूरत गुजरात है।