केसर इतना महंगा क्यों होता है? यह सवाल आप लोगों के मन में कभी ना कभी आया होगा। हम भारतीयों के जीवन में केसर का बहुत बड़ा महत्व है। मिठाई बनाने हो या खीर बनानी हो या फिर खाने की गंध और खाने में प्राकृतिक रंग लाना हो तो केसर का ही उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही केसर के गुणों का बखान आयुर्वेद में भी मिलता है।
केसर को इंग्लिश में saffron कहते हैं। वैसे तो दुनिया भर में सबसे ज्यादा केसर ईरान में होता है। मगर हमारे कश्मीर में उगाई जाने वाली केसर की बात ही अलग है। कश्मीरी केसर की डिमांड पूरी दुनिया में है।
खास बाते
- केसर के केवल तीन पंखुड़ियां से 100 लीटर दूध या पानी को केसरी रंग दिया जा सकता है
- 1 किलो के केसर प्राप्त करने के 1,65,000 फूलों की जरूरत पड़ती है।
- केसर के बीज की एक बार खेत में लगाने के बाद वो 15 सालो तक चलता है
यह हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है तो आखिर सवाल यह आता है। कि केसर इतना महंगा क्यों होता है? इसका जवाब बेहद रोचक है चलिए आज के इस पोस्ट में हम समझने की कोशिश करते हैं कि केसर महंगा क्यों होता है?
केसर इतना महंगा क्यों होता है?
केसर इतना महंगा क्यों होता है? इसके के पीछे एक नहीं बल्कि बहुत सारे कारण है। दरअसल, केसर का फूल बहुत ही कम समय के लिए खिलता है। और समय रहते उस फूल को तोड़ना पड़ता है । फूल को तोड़ने के लिए किसी भी तरीके की मशीन की सहायता नहीं ले सकते हैं। यह काम केवल इंसानों के द्वारा ही हो सकता है। एक फूल में 6 नाजुक छागे होते है। जिसमें केसरी कलर के 3 और लाल कलर के 3 नाजुक धागे होते हैं। यह लाल कलर वाले धागे ही केसर है!
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अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि केसर के एक पौधे से केवल केसर के तीन केसर ही प्राप्त होती है। एक अनुमान के मुताबिक 1 ग्राम केसर प्राप्त करने के लिए 165 फूलों की जरूरत पड़ती है। इस हिसाब से हमें 1 किलो के केसर प्राप्त करने के 1,65,000 फूलों की जरूरत पड़ती है। यह सारा काम इंसानों द्वारा किया जाता है। एक बार फूलों को तोड़ने के बाद उसे उसमें मौजूद नाजुक धागे को हाथ से तोड़ा जाता है और सुखाकर तैयार होता है केसर!
केसर महंगा होने के पीछे दूसरी सबसे बड़ी वजह यह है कि केसर पूरे भारत में केवल और केवल कश्मीर में ही होता है। कश्मीर में भी पुलवामा जिले में ही विशेष तौर से होता है। क्योंकि पुलवामा जिले की मिट्टी केसर उगाने के लिए अच्छी मानी जाती है।
केसर महंगा क्यों होता है अगर कम शब्दों में कहूं तो “1 किलो केसर प्राप्त करने के लिए बहुत अधिक जमीन और बहुत अधिक लोगों की जरूरत होती है। यह केवल कश्मीर में ही पाया जाता है। इसके लिए मांग अधिक होने की वजह से इसकी कीमत भी अधिक है”।
केसर की कीमत होती है?
अब आपको तो पता चल ही गया है कि केसर इतना महंगा क्यों है तो अब 2022 में केसर की कितनी कीमत है?यह भी जान लीजिए। कश्मीरी केसर की 1 ग्राम की कीमत ₹330 से शुरू होती है और करीब ₹500 तक जाती है। तो वही 1 किलो केसर बात की जाए तो कश्मीरी केसर की कीमत ₹3,30,000 से शुरू होती है।
केसर के बारे में यह बातें ही जाने!
केसर उगाने वाले किसानों का कहना है कि “केसर के केवल तीन पंखुड़ियां से 100 लीटर दूध या पानी को केसरी रंग दिया जा सकता है”। यानी कि केसर एक अच्छा नेचुरल कलर भी है। मार्केट में बहुत से ब्रांड के कपड़े केसर से रंगे हुए होते हैं जिन्हें अमीर लोग बहुत ही शोक खरीदते हैं और पहनते हैं। इस तरीके का कपड़े काफी महंगे भी बिकते हैं।
केसर के बीज की एक बार खेत में लगाने के बाद वो 15 सालो तक चलता है
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केसर के फायदे और नुकसान क्या क्या है?
वैसे केसर के तो अनेकों फायदे हैं! पर वह कहते हैं ना कोई भी चीज अति नुकसान कारक होती है। अगर हम केसर का भी आवश्यकता से अधिक अधिक उपयोग करें तो वह हमें फायदा की बजाय नुकसान दे देता है। तो आइए केसर के फायदे और नुकसान क्या क्या है यह जान लेते हैं!
केसर के फायदे
आइए जानते हैं कि केसर खाने से क्या-क्या फायदे होते हैं यह जान लेते है।
केसर खाने से रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ती है।
कैसर में इम्यूनिटी बढ़ाने की गजब की क्षमता होती है इसे रोजाना सेवन करने से सफेद रक्त कोशिकाओं में बढ़ोतरी होती है। जिससे हमारी रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है। हमारा शरीर छोटी से छोटी बीमारियों से लेकर बड़ी से बीमारियों से बचा रहता है।
केसर नींद अच्छी आती है।
केसर से अनिद्रा जैसी बीमारियां भी दूर होती है। केसर के उपयोग करने से आपकी नींद अच्छी आती है। यदि आप अच्छी तरीके से नहीं सोते हैं तो आप डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं। अतः या डिप्रेशन से लड़ने में भी मदद करता है।
केसर दमा के रोगियों के लिए रामबाण इलाज है
जो व्यक्ति दमा रोग से पीड़ित है उसे केसर का सेवन दूध में मिलाकर करना चाहिए से बहुत ज्यादा आराम मिलता है
केसर घुटने के दर्द में आराम देता है।
घुटने और कमर के दर्द में केसर बहुत असरकारक है। आमतौर पर घुटने और कमर के दर्द के रोगियों को डॉक्टर केसर खाने की सलाह देते हैं।
केसर से आंखों की रोशनी बढ़ती है
क्योंकि केसर ‘एंटीऑक्सीडेंट‘ गुण होते हैं। जिसकी वजह से या हमारी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। उमर के साथ होने वाली आंखों की समस्या केसर खाने से नहीं होती है।
केसर खाने से कई तरह के कैंसर में लड़ने की मदद मिलती है।
आपको जान कर हैरानी होगी कि केवल एक केसर अनेक तरह के कैंसर के रोगियों को कैंसर से लड़ने मदद करता है।
जैसे कि लीवर , ब्रेस्ट आदि कैंसर में केसर बहुत फायदेमंद होता है।
केसर ‘भूलने की बीमारी’ में भी कारगर है।
जो लोग अल्जाइमर रोग से पीड़ित है यानी कि उन्हें भूलने की बीमारी है ऐसे में वह व्यक्ति को केसर खाना चाहिए।
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केसर का नुकसान
केसर खाने से हमारे शरीर में क्या नुकसान होता है आइए किसी से पर भी चर्चा कर लेता है।
जैसा कि मैंने पहले बताया कि कोई भी वस्तु अगर हम आवश्कता से अधिक खाते हैं तो वह हमें नुकसान करता है। कि केसर साथ भी यही होता है। केसर अधिक खाने से सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इससे आपकी जेब ढीली हो जाएगी क्योंकि केसर बहुत महंगा होता है।
- यदि आप दिल के मरीज हैं तो आपको क्यों सर क्यों नहीं करना चाहिए।
- केसर के अधिकांश त्वचा पीला पड़ जाता है।
- गर्भवती महिलाओं को केसर लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
आखिर शब्द
उम्मीद है कि आपको क्यों केसर इतना महंगा क्यों है? यह बात समझ आ गई होगी, साथ ही इसी पोस्ट में हमने यह भी चर्चा किया कि केसर के फायदे और नुकसान क्या है?
मेरे विचार
केसर तो इतना महंगा है कि हम मध्यमवर्गीय लोग बस केसर का फोटो ही देख सकते हैं, खरीद नहीं सकते हैं।
मुझे यह जान कर गर्व होता है कि जो कैसा कश्मीर में उगाया जाता है उसे कश्मीरी केसर कग जाता है और यह दुनिया भर में प्रसिद्ध है शायद इसीलिए इतना महंगा है क्योंकि उसका उत्पादन भी कम है।
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Hi,मै अंकित शाह हूँ। मै इस वेबसाइट का मालिक और लेखक हूँ। पेशे से में एक लेखक और छोटा बिजनेसमैन हूं । मैं 20 साल का हूं और लेखन में मेरी काफी रूची है वैसे तो मैं मूल रूप से छपरा बिहार का हूं मगर मेरी कर्मभूमि सूरत गुजरात है।