इतिहास के 10 सबसे बड़े झूठ
Top gyan के इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आप हैरान परेशान हो जाएंगे। आपका मुंह खुला का खुला ही रहेगा। क्योंकि मैं आज आपको भारत के इतिहास के 10 सबसे बड़े झूठ के बारे में बताऊंगा।
जिसे आज तक हम सच मानते आ रहे थे। तो चलिए शुरू करते हैं।
1: गांधीजी ने मरते समय ‘हे राम’ कहा था!
यह बात एकदम झूठ है। नाथूराम गोडसे ने गांधी जी को सीने पर दो गोली मारी थी। चुपचाप जमीन पर गिर गए। जरा आप ही सोचिए जिसे सीने पर दो गोली लगी हो वह आदमी के मुंह से कुछ नहीं निकलता है।
2: ताजमहल प्यार की निशानी है।
ताजमहल प्यार की निशानी है।यह बात मुझे हाजमे की गोली खाकर भी हजम नहीं होती है। शाहजहां की पत्नी मुमताज बेगम की मौत 14 बच्चे को जन्म देते समय हुई थी शाहजहां एक हवा से से भरा हुआ आदमी था।
3: वास्कोडिगामा ने भारत खोजा।
यह तो दम सफेद झूठ है वास्को द गामा 1497 में भारत को खोजा ऐसा इतिहासकार बताते हैं। मगर मैं आपको बता दूं कि उससे भी सैकड़ों साल पहले से भारत और अरब के देशो से व्यापार होता था।और अरब के व्यापारी यूरोप में मसाले बेचते थे। जो कि वह भारत से खरीद कर लाते थे। यूरोप के उन लोगों को वे भारत के बारे में नहीं बताते थे। अरब के व्यापारी यूरोप के लोगों को भारत के बारे में नहीं बताते थे। यूरोप के लोगों को भारत के बारे में नहीं पता था।
इसीलिए जब वास्कोडिगामा 1497 में भारत पहुंचा तो उसने उसको लगा कि यह कोई एक नया महाद्वीप है। और इसका नाम भारत है।
4: अकबर महान था!
अकबर महान था। मुझे यह बात पढ़कर हंसी आ जाती है। अकबर एक आतंकवादी किस्म का शासन था। वह हिंदू विरोधी राजा था। उसने अपने फायदे के लिए हिंदुस्तान को लूटा प्रसिद्ध इतिहासकार विंसेट स्मिथ ने लिखा है कि अकबर हिंदू विरोधी क्रूर शासक और हत्याकांड कराने वाला शासक था। अकबर महाराणा प्रताप से बहुत डरता था इसके लिए वह हल्दीघाटी के युद्ध में नहीं आया।
इसे भी पढ़े :1943 बंगाल का अकाल: जिसमें 40 लाख लोग मरे! अंग्रेजों ने मरने के लिए छोड़ा! आज सच जान लीजिए!!
5 :अंग्रेजों ने भारत का विकास किया।
जब अंग्रेज भारत आए थे तब भारत ‘सोने की चिड़िया’ कहीं जाती थी। जब 1947 से गए तब भारत कंगाली के कगार पर था। तो मैं आपसे पूछता हूं अंग्रेजों ने भारत का विकास कहां किया?कैसे किया?यह सरासर सफेद झूठ है।
अंग्रेजों ने भारत में जो भी काम किए अपने फायदे के लिए किया हम भारतीयों को कदम-कदम पर दबाया और राजाओं के बीच आपस में लड़ वाकर शासन किया।
6: वाराणसी सबसे पुराना शहर है।
वाराणसी को धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो सबसे पुराना शहर वाराणसी (बनारस) है मगर विज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो यह दुनिया का सबसे पुराना शहर नहीं है। आर्कियोलॉजी विभाग के अनुसार बनारस शहर 1100bcका है मगर दुनिया में 30 से शहर है जो 1100 bc से पहले बने हुए हैं।
यानी कि धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो बनारस सबसे पुराना शहर है मगर विज्ञान की दृष्टि से ऐसा नहीं है।
इसे भी पढ़े :1200 सालों से 45 डिग्री पर अटका हुआ कृष्णा बटर बॉल! एक ऐसा रहस्य में पत्थर जो स्वर्ग से गिरा है।
7:अहिंसा से आजादी मिली।
अहिंसा से आजादी मिलना उतना ही मुश्किल है। जितना सीधी उंगली से घी निकालना। हमने पूरे 9 दशक तक आजादी के लिए संघर्ष किया।पहला स्वतंत्रता संग्राम 1857 में हुआ था। उसके बाद 90 सालों तक चली स्वतंत्रता संग्राम में और कितने ही वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। बहुत से इतिहासकार ऐसा मानते हैं कि आजादी सिर्फ अहिंसा से नहीं मिली बल्कि हिंसा और अहिंसा दोनों को मिलाकर आजादी मिली है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत को आजादी दिलाने में 7,32,000 लोगों ने अपनी जान गवाई थी।
8: नेहरू लोकप्रिय नेता थे।
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है जवाहरलाल नेहरू लोकप्रियता की लाइन में सबसे पीछे खड़े थे।वह प्रसिद्ध कब हुए जब उन्हें प्रधानमंत्री बनाया गया था। उस समय सबसे प्रसिद्ध नेता ‘सरदार वल्लभभाई पटेल’ थे।जनता उन्हें ही प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती थी मगर राजनीतिक कारणों की वजह से नेहरू को प्रधानमंत्री बनाया गया और उन्हें प्रसिद्धि मिली।
9: भारतीय लोग बेवकूफ है!
इतिहास के पन्नों में ऐसा लिखा गया है कि भारत के लोग बेवकूफ होते हैं। उन्हें बस धार्मिक ज्ञान है। यहां के लोग पूजा पाठ में हि रहते हैं विज्ञान का ज्ञान नहीं है। तो यह एक सफेद झूठ है इतिहास में भी भारतीयों ने अपने ज्ञान और विज्ञान का परिचय दिया है और तो दुनिया ने हमारा लोहा माना है।
10: छुआछूत इतिहास से ही था.
इतिहासकरो भारत के इतिहास के बारे में यह लिखा है कि भारत में छुआछूत पहले से ही मौजूद था यानी कि ऊंची जाति और नीची जाति का भेदभाव।
पर मैं आपको बता दूं भले ही 4 जाति थी मगर इनमें आपस में छुआछूत का कोई भी प्रथा नहीं था।
यह 4 जातियां ब्राह्मण, शुद्र, वैश्य और क्षत्रिय थे। यह चारों जातियां का काम भले अलग अलग था मगर आपस में छुआछूत जैसी समस्या कुछ नहीं थी यह सब की शुरुआत बाद में हुई थी।
आखरी शब्द
तो इस पोस्ट में मैंने आपको भारत के इतिहास में मौजूद 10 सबसे बड़ी झूठ के बारे में बताया आशा करता हूं कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी और कुछ नया जानने को मिला होगा
मेरे विचार
जब मैं यह पोस्ट को लिखने के लिए रिसर्च कर रहा था तब मैं भी काफी हैरान परेशान हो गया है कि हमारे समाज में इतिहास को लेकर इतनी बड़ी बड़ी गलतफहमी है ।
ऐसी अद्भुत और रोचक जानकारी अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें
इसे भी पढ़े :
1943 बंगाल का अकाल: जिसमें 40 लाख लोग मरे! अंग्रेजों ने मरने के लिए छोड़ा! आज सच जान लीजिए!!
बेहद रोचक है। 5000 साल पुराना चाय का इतिहास!
Hi,मै अंकित शाह हूँ। मै इस वेबसाइट का मालिक और लेखक हूँ। पेशे से में एक लेखक और छोटा बिजनेसमैन हूं । मैं 20 साल का हूं और लेखन में मेरी काफी रूची है वैसे तो मैं मूल रूप से छपरा बिहार का हूं मगर मेरी कर्मभूमि सूरत गुजरात है।